कक्षा चार के छात्रों ने ‘पक्षि यों पर आधारि त परि योजना कार्य’र्य के अतं र्गतर्ग चि ड़ि याघर की सरै की जो इकाई योजना का ही एक महत्वपर्णूर्ण अगं थी । इस यात्रा ने उन्हें देखकरसीखने का अनभव प्रदान किया । कक्षा चार का पहला बचै (ए ,बी,सी और डी वर्ग)र्ग 17 अक्टूबर 2023 को व दसूरा बचै (ई ,एफ जी और एच) 18 अक्टूबर 2023 को चिड़ियाघर की सरै करने के लिए गया । चिड़ियाघर जाने के लिए सभी विद्यार्थी बेहद उत्साहित थे उन्होंने वहाँ जाने के लिए बस की सवारी का आनदं भी लिया।

चि ड़ि याघर की यात्रा के सीखने के उद्देश्य थे-
● पक्षि यों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना और छात्रों को उनकी अद्भतु दनियाँसे रूबरू करवाना ।
● चिड़ियाघर में रहने वाले विभिन्न पक्षियों के सबंधं में जानकारी एकत्रित करना और उसका वर्णनर्ण करने में सक्षम होना।
● पक्षियों के व्यवहार और विशषेताओं को समझने के लिए छात्रों को सवंदनशील बनाना।
● पक्षियों को देखकर और सनकर अपनी इंद्रि यों को नियोजित करना ।पक्षियों के प्रति सहानभतिूति और करुणा को बढ़ावा देना।
● पिजंरे में पक्षियों को बदं करना उचित है या अनचिचित यह समझने के अवसर प्रदान करना।

चि ड़ि याघर पहचने पर छात्रों को छोटे-छोटे समहूों में विभाजित किया गया। दो शिक्षकों के नेतत्ृव में उन्हें बटैरी चालि वनै में चिड़ियाघर के चारों ओर लेजाया गया जोकि पर्णू तर्ण या पर्यावरण के अनकुूल थी ।
छात्रों ने सबसे पहले ‘पक्षी वि भाग’ की सरै की, जहाँ उन्होंने विभिन्न पक्षियों जसै े नीला-पीला मकाओ , मिलिट्री मकाओ , उल्लू,काली चील , शतुरुमर्ग, मोर ,तोता और ग्रेट हॉर्नबिर्नबिल आदि जसै े दर्लभर्ल पक्षि यों को देखा । उन्होंने पक्षि यों के रंग -रूप,चोंच, पखं ों और परैों को भी प्रत्यक्ष रूप में देखा। उन्हें पक्षि यों को दाना चगुते और पिजंरे में इधर-उधर उड़ते हुए देखने का भी मौका मिला जिसने उनको रोमांचित कर दिया।
उनको पक्षि यों के ससं ार में सर्वा धि क असाधारण दि खाई देने वाला जीव गलुाबी हवासील
(रोजी पेलिकन) देखकर बहुत अच्छा लगा

पक्षि यों के साथ-साथ छात्रों को अन्य जानवरों को भी दि खाया गया । विभिन्न प्रकार के पक्षियों व जानवरों को देखकर वे बहुत प्रसन्न हुए। उन्होंने एक रफ कॉपी में उनकेनाम लि खे व उनके रंग-रूप के बारे में जानकारी भी लि खी।
परूी यात्रा के दौरान छात्रों ने अनशुासि त और सराहनीय व्यवहार कि या।
चिड़ियाघर की सरै करने से निम्नलिखित सीखने के परिणाम प्राप्त हुए।
● इस यात्रा ने उन्हें पक्षि यों की दनिुनिया को देखने और भावनात्मक नि र्मा ण करने कामौका दिया । छात्र जानवरों और पक्षियों के बारे में सीखने से जड़ुने में सक्षम हुए ।
● जब छात्रों ने पक्षियों के बारे में बातचीत की और जानकारी साझा की तो उनके सचं ार
कौशल में वद्ृधिहुई ।
● इस यात्रा ने उन्हें सनुने, बोलने और अपने कल्पना कौशल को बढ़ाने का अवसर प्रदानकिया।
● पक्षियों को उनके लगभग प्राकृति क वातावरण में उनका प्राकृतिक स्वरूप बनते हुए देखना छात्रों को सीखने का एक बड़ा अनभुव प्रदान कि या।
चिड़ियाघर की सरै वास्तव में उनके लिए एक समद्ृध और सीखने वाला अनभुव थी ।
यह भ्रमण उनके लिए एक आउटडोर कक्षा साबित हुई

